अगर आपके पास बाइक और कार है? तो यह खबर आपके काम की है, क्योंकि बीमा में हुआ है बड़ा ब…

Car-Bike रखने वालों के लिए पर्सनल एक्सिडेंट कवर लेना जरूरी होता है लेकिन अलग-अलग शर्तों की वजह से ग्राहकों के बीच हमेशा कंफ्यूजन बना रहता है. हेल्थ और टर्म प्लान में स्टैंडर्ड प्रोडक्ट के बाद अब पर्सनल एक्सिडेंट कवर में भी स्टैंडर्ड पॉलिसी आएगी. इसके लिए इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI ने ड्राफ्ट सर्कुलर जारी किया है. IRDAI के मुताबिक इंश्योरेंस इंडस्ट्री में कई पर्सनल एक्सिडेंट प्रोडक्ट मौजूद हैं और ग्राहक के लिए चुनना कठिन होता है, इसलिए नए प्रोडक्ट में सभी कंपनियों के फीचर्स एक समान होंगे लेकिन कंपनियों को कीमत तय करने का अधिकार होगा।

पर्सनल एक्सिडेंट कवर में भी स्टैंडर्ड पॉलिसी आएगी
इंश्योरेंस इंडस्ट्री में कई पर्सनल एक्सिडेंट प्रोडक्ट, ग्राहक के लिए चयन करना कठिन होगा। नए प्रोडक्ट में सभी कंपनियों के फीचर्स एक समान होंगे। कंपनियों को कीमत तय करने का अधिकार होगा। IRDAI ने स्टैंडर्ड पॉलिसी के लिए ड्राफ्ट सर्कुलर जारी किया है। स्टैंडर्ड पॉलिसी से मोटर इंश्योरेंस में मिससैलिंग पर रोक लेगेगी। पर्सनल एक्सिडेंट कवर में मृत्यु और स्थायी विकलांगता कवर होती है। हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस के बाद पर्सनल एक्सिडेंट कवर में स्टैंडर्ड पॉलिसी गाड़ी चलाने वालों के लिए एक पर्सनल एक्सिडेंट कवर होना अनिवार्य है।

यही नहीं IRDAI जल्द ऐसी व्यवस्था भी करने जा रहा है, जिससे नौकरीपेशा लोगों को मेडिक्लेम (Mediclaim) मुफ्त मिले. IRDAI चेयरमैन सुभाष खुंटिया ने बीमा कंपनियों से कहा है कि वह MSME के कामगारों के लिए भी बीमा उत्पाद पेश करें. MSME के साथ मिलकर कंपनियां इसके लिए सस्ती बीमा पॉलिसी पेश कर सकती हैं. खुंटिया ने CII के कार्यक्रम में कहा-मैं बीमा कंपनियों से और उत्पाद बनाने का आग्रह करुंगा।

खुंटिया के मुताबिक कंपनी अगर कर्मचारी को 10 हजार रुपये प्रति माह वेतन दे सकती है तो ऐसे में वह 5 लाख रुपये की हेल्थ बीमा पॉलिसी भी दे सकती है. इसके प्रीमियम पर ज्यादा खर्च भी नहीं आएगा।
IRDAI के मुताबिक, कंपनियां आसानी से प्रीमियम का बोझ सहन कर सकती हैं. MSME कामगारों को स्वास्थ्य बीमा के दायरे में लाने को लेकर यह बहुत बड़ा कदम हो सकता है।
