टीआर पी मतलब! ट्रूथ, रिएलिटी और प्रोटेक्शन। अगर आप ट्रूथ के साथ खड़े हैं तो पूरा देश आपके साथ खड़ा रहेगा – संबित…

मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने प्रेस कॉफ्रेंस में दावा किया था कि रिपब्लिक टीवी और दो अन्य मराठी चैनल फर्जी टीआरपी बनाने के खेल में शामिल थे। वह पैसा देकर टीआरपी बढ़ा रहे थे। मुंबई पुलिस ने दो मराठी चैनलों के मालिक समेत 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। तो वहीं अर्णब ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह कोर्ट जाएंगे। इसी मुद्दे पर रिपब्लिक भारत चैनल पर हुई एक डिबेट में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और शिवसेना नेता संजय गुप्ता के बीच बहस हो गई।

संबित पात्रा कहते हैं कि आप सुशांत सिंह राजपूत हत्या केस ओब्लिक सुसाइड केस में रिएलिटी को दिखा रहे हैं तो और ट्रूथ के साथ खड़े हैं तो हम सब देशवासी आपके साथ खड़े हैं। जिसपर शिवसेना नेता ने रिएक्ट करते हुए कहा कि सब गवाह नकली थे। सबित पात्रा डिबेट में अर्णब से कहते हैं कि आपके कार्यक्रम का नाम पूछता भारत है। भारत केवल पूछता नहीं है समझता भी है। भारत देखता भी है और जानता भी है। वे कहते हैं कि देश की सुंदरता है कि प्रत्येक व्यक्तित्व को देखकर उसकी आंखों में झांक कर एक गांव के कोने में बैठी बूढ़ी मां बता सकती है कि जो व्यक्ति मेरे सामने हैं ये अच्छे व्यक्ति हैं या नहीं हैं।

संबित पात्रा कहते हैं कि मेरे लिए टीआरपी मतलब- ट्रूथ, रिएलिटी और प्रोटेक्शन है। अगर आप ट्रूथ के साथ खड़े हैं। रिएलिटी के साथ खड़े होते हैं और असहाय को प्रोटेक्शन देने के लिए खड़े हैं। पालघर में साधुओं को सुरक्षा देने के लिए खड़े हैं, उनकी आवाज बनकर खड़े हैं। और आप सुशांत सिंह राजपूत हत्या केस ओब्लिक सुसाइड केस में रिएलिटी को दिखा रहे हैं। ट्रूथ के साथ खड़े हैं तो हम सब देशवासी आपके साथ खड़े हैं।

संबित पात्रा बोल ही रहे होते हैं कि शिवसेना नेता संजय गुप्ता बीजेपी प्रवक्ता पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि झूठे गवाह आते हैं। झूठे गवाहों के बारे में बताएंगे। शिवसेना नेता आगे कहते हैं कि एक कहावत है कि बुरे समय को देखकर गंजे तू क्यों रोया। 3 दिनों में 302 का अनशन किया और उनका एक किलो भी वजन कम नहीं हुआ। संबित पात्रा पुलिस कमीश्नर परमबीर सिंह का नाम लेते हुए कहते हैं कि आपके साथ जो व्यवहार पुलिस कमीश्नर कर रहे हैं। आज मैं कहूंगा कि उन्होंने मुंबई पुलिस को और कमीश्नर के पद को बहुत छोटा कर दिया। और आप बड़े हुए हैं।
